नरसिंह मन्त्र
बीजाक्षर मेरु [क्ष] कृशानु [र ]संयुक्तो अनुग्रहे [औं ]न्दुसमन्वित:] I
एकाक्षरो नरहरे नर्मन्त्र: कल्पद्रुमो नृणाम् II
अत्रि ऋषि .गायत्री छन्द: .नरकेसरी देवता I
ध्यान -तपनसोमहुताशनलोचनं घनविराम हि मान्शु समप्रभम्
अभय चक्रपिनाकवरान करैर्ध्रुतंमिन्दुधरं नृहरिं भजे
सुरासुर -नमस्कर्ता नरसिंह मन्त्र
ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम् I
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्युं मृत्युं नमामि I Nrsimha Bija mantra
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